
शराब के नशे में धून जमने की बात को स्वीकारा वारदात करने वालों ने..!
मंदसौर संदेश/मंदसौर
28 जून 2017 की रात्रि को मंदसौर नगर के विभिन्न स्थानों पर बीपीएल चौराहा से लगाकर कालाखेत तक खड़े वाहनों, एम्बुलेंस, एटीएम के कांच फोड़े गये । इस घटना की जानकारी मिलते ही नगर में लोगों में रोष व्याप्त था क्योंकि पिछले वर्ष भी इसी प्रकार 27 तारीख को ही रात्रि को कई मोहल्लों में खड़े चार पहिया वाहनों के कांच भी फोड़े गये थे तथा रामटेकरी के तैलिया तालाब से लगाकर पांच सौ क्वार्टर की स्ट्रीट लाईटें, इधर संजीत नाके की ओर स्ट्रीट लाईटें एवं अग्रसेन नगर में लोगों के घरों की खिड़कियों के कांच भी फोड़े गए थे । यह कांड ईद के एक दिन पूर्व किया गया था ऐसी स्थिति में दूसरे दिन पूरा मंदसौर शहर इस घटना को लेकर बंद रहा । उसी कड़ी में इस वर्ष ईद के दो दिन बाद यह घटना घटित हुई । आम जनता से लगाकर पुलिस के बीच में कई प्रकार के सवाल खड़े हुए । परन्तु आम जनता आश्चर्यचकित थी कि यह घटना कैसे घटित हुई । इस घटना को लेकर हिन्दू संगठन के कई लोग आक्रोशित हुए जिन्होंने थाने के सामने घेराव भी किया, पुलिस को अल्टीमेटम भी दिया, सभी प्रकार की कार्रवाई हुई । शाम को 4 बजे बाद नगर बंद का आव्हान भी किया गया और बंद भी करवाया गया ।
अब ऐसी स्थिति में इस घटना को अंजाम किसने दिया यह पुलिस के लिए बड़ी चुनौती थी । कुछ स्थानों के सीसीटीवी फुटेज निकाले गये, वाहन तोड़फोड़ में युवकों ने जो मोटरसायकिल का उपयोग किया था उस मोटरसायकिल पर रजवाड़ी निशान था । ऐसी स्थिति में पुलिस ने कई रजवाड़ी निशान की गाड़ियों को रोका और आखिरकार पुलिस को सुराग दिया गया कि यह घटना को अंजाम इन युवकों द्वारा देने की संभावना है । पुलिस जानकारी के अनुसार उन तक पहुंची । पुलिस 29 जून को ही इनको उठा चुकी थी परन्तु इनसे गहन पूछताछ की जा रही थी कि आखिर में इनको यह घटना करने के लिए प्रेरित किसने किया ।
वैसे इन युवकों ने पुलिस को जो कहानी बताई है वह मीडिया के गले नहीं उतरी है और जनता के गले भी नहीं उतर रही है । परन्तु घटना को अंजाम देने वालों को पुलिस ने पकड़ लिया है ऐसी स्थिति में पुलिस द्वारा तथा युवकों द्वारा बनाई गई कहानी को जबरन हजम करना पड़ रही है ।
इस घटना को स्वाप्निल उर्फ हनी सोनी पिता कैलाश सोनी उम्र 19 वर्ष निवासी अभिनंदन कॉलोनी मंदसौर एवं योगपाल सिंह उर्फ कुलदीप पिता दलपत सिंह सिसौदिया उम्र 19 साल निवासी अभिनंदन कॉलोनी मंदसौर को पकड़ा है । इनने कहानी बताई कि यह आईटीसी पेट्रोल पम्प से उधार पेट्रोल डलाया था और उसके बाद बीपीएल चौराहा पर आकर 50 रूपये का पेट्रोल डलाया और यहीं से अफीम गौदाम रोड़ शुक्ला कॉलोनी की ओर घुसे और गाड़ियों के कांच तोड़ना प्रारंभ किए । यह घुसते-घुसते चार-पांच मोहल्लों में होकर कांच फोड़कर सीधे नयाखेड़ा पर चले गए । इनका कहना है कि इनको किसी ने नहीं उकसाया था यह कृत्य इन्होंने नशे में किया था । इन्होंने पत्रकारों को बताया कि पकड़ाने पर यह किसी भी मुस्लिम का नाम बता देने की योजना भी बनाई थी । वैसे इसमें स्वाप्निल उर्फ हनी सोनी नाबालिग उम्र में मनासा में एक नाबालिग की हत्या कर चुका है और योगपालसिंह उर्फ कुलदीप सिंह पिता दलपत सिंह सिसौदिया का नयाखेड़ा रोड़ पर एक ढाबा है यह घटना को अंजाम देकर अपने ढाबे पर चले गये और ढाबे पर सो गये ।
यहां यह उल्लेख करना आवश्यक है कि नशे में एक-दो वारदात को अंजाम दिया जा सकता है परन्तु इकट्ठी 37 गाड़ियों के कांच फोड़ना, करीब डेढ़ दर्जन मोटरसायकिलों को डेमेज करना इतना सब काम नशे में नहीं हो सकता है । साथ ही जो सीसीटीवी फुटेज आये है उसमें जिस प्रकार से दोनों युवक मोटरसायकिल चला रहे है और हर जगह रूककर बड़े आराम से बड़े पत्थर से कांच फोड़ रहे है उससे यह कहीं नजर नहीं आता कि यह दोनों युवक नशे में थे । यह आम जनता का तर्क है ।
कहानी जो भी हो लेकिन इस आग भभकते हुए मामले को पुलिस ने जो शांत किया है उसके लिए पुलिस बधाई की पात्र है और इस सराहनीय कार्य में टीआई शहर कोतवाली विनोद सिंह कुशवाह, टीआई व्हायडी नगर जितेन्द्र सिंह सिसौदिया, टीआई नई आबादी समरथ सीनम, सायबर सेल प्रारी अजय शर्मा, उनि संदीप मंगोलिया, उप निरीक्षक राकेश चौधरी, उनि मनीष लोधा, उनि टीआर चौहान, उनि वी एस देवड़ा, प्रआर अजय चौहान, आरक्षक राकेश यादव, आरक्षक जुझार सिंह, आरक्षक मेघसिंह की सराहनीय भूमिका रही ।