
जांच अधिकारी क्यों बचा रहा है फर्जी श्रीजी नर्सिंग कॉलेज के संचालक दीपक सैनी को
मंदसौर । नगर में लम्बे समय से संचालित हो रहे श्रीजी नर्सिंग कॉलेज के कई काले कारनामे उजागर हुए है । पूर्व में छात्रों की परीक्षा ना करवाने, छात्र-छात्राओं की स्कॉलरशीप सीधे कॉलेज के एकाउण्ट में ट्रांसर्फर कराने एवं उन्हें नहीं देने जैसे कई मामलों को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा भी श्रीजी नर्सिंग कॉलेज पर लाखो रुपये की ठगी का आरोप लगाया गया । बावजूद इसके इस फर्जी श्रीजी नर्सिंग कॉलेज पर प्रशासन ने किसी प्रकार की कोई प्रभावी कार्यवाही नहीं की जिसके चलते विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने में इस कॉलेज के संचालक के हौंसले और बुलंद होते जा रहे है ।
वर्तमान में श्रीजी नर्सिंग कॉलेज पर श्रीमती ममता पति दिलीप दुबे निवासी अभिनंदन कॉलोनी ने नर्सिंग कोर्स फीस एवं कोचिंग फीस के नाम से कुल 2 लाख रूपये ठगने का आरोप लगाया है । साथ ही इस ठगी की शिकायत श्रीमती ममता दुबे ने व्हायडी नगर थाने में भी की है । शिकायत करें हुए करीब तीन माह व्यतीत हो चुके है और व्हायडी नगर के जांच अधिकारी इस मामले मेंश्रीजी नर्सिंग कॉलेज के संचालक दीपक सैनी को बचाने और कॉलेज के मैनेजर को इस मामले में फंसाने में लगा हुआ है । वहीं श्रीजी नर्सिंग कॉलेज का संचालक दीपक सैनी जो रूपयों के लालच में आकर मासूम विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है उसकी इस फर्जी दुकानदारी को बंद कराने का जिम्मा श्रीमती ममता दुबे ने उठा लिया है तथा मामले में दोषी पर कार्यवाही नहीं होने पर अंत में श्रीमती ममता दुबे को मीडिया के संज्ञान में इस मामले को लाना पड़ा ।
दरअसल अभिनंदन कॉलोनी निवासी ममता दुबे पति दिलीप दुबे द्वारा श्रीजी नर्सिंग कॉलेज में वर्ष 2014 में 3 वर्ष के लिए प्रवेश लिया गया था। किंतु नर्सिंग कॉलेज द्वारा 1 वर्ष में जब प्रार्थीया ममता दुबे की परीक्षा नही ली गई तो उसने श्रीजी नर्सिंग कॉलेज की जांच पड़ताल करना शुरू की जिस पर प्रार्थी को मालूम हुआ कि यह कॉलेज पूर्णतया फर्जी रूप से संचालित किया जा रहा है । श्रीमती ममता दुबे ने इस प्रकरण की शिकायत श्रीमती अंगूरी सिंह, मप्र नर्सिंग रजि. काउंसिल भोपाल को भी की ।
जांच अधिकारी द्वारा बचाया जा रहा नर्सिंग कॉलेज संचालक दीपक सैनी को
श्रीजी नर्सिंग कॉलेज द्वारा नर्सिंग कोर्स के नाम से श्रीमती ममता दुबे से ठगे गये 1 लाख 70 हजार एवं कोचिंग फीस के नाम से ठगे गए 30 हजार रूपये कुल 2 लाख रूपये ऐंठने की शिकायत व्हायडी नगर थाने में दर्ज कराई थी। इस पर मामले का जांच अधिकारी मनीष लोधा को बनाया गया था । लेकिन मनीष लोधा इस मामले में आरोपी दीपक सैनी को बनाने की जगह श्रीजी नर्सिंग कॉलेज के मैनेजर को आरोपी बना रहा है तथा संचालक दीपक सैनी को खुले रूप से बचा रहा है ।
प्रार्थीया श्रीमती ममता दुबे ने इस संबंध में एक शिकायत पुलिस अधीक्षक मंदसौर को जनसुनवाई में दिनांक 21.3.2017 को की थी । जनसुनवाई के आवेदन में ममता दुबे ने उल्लेख किया है कि जांच अधिकारी इंस्टीट्यूट के संचालक दीपक सैनी से मिल गया है तथा मुझे (प्रार्थीया) को कहता है कि तुमने पैसे चैक से नहीं दिये इसलिए वापस पैसे नहीं मिलेंगे, तुम्हारी रसीद भी गलत है । प्रार्थीया ममता दुबे ने जनसुनवाई के माध्यम से पुलिस अधीक्षक श्री ओ.पी.त्रिपाठी से मांग की है कि श्रीजी नर्सिंग कॉलेज चलाने वाले दीपक सैनी के विरूद्ध प्रकरण दर्ज कर कार्यवाही की जाये ।
तीन लाख का मिला था ऑफर लेकिन ममता दुबे ने ठुकराया
प्रार्थीया श्रीमती ममता दुबे ने जब श्रीजी नर्सिंग कॉलेज द्वारा उससे ठगे गये 2 लाख रूपये के मामले में थाना व्हायडी नगर में मामला दर्ज कराया साथ ही पुलिस अधीक्षक की जन सुनवाई एवं मप्र नर्सिंग रजि. काउंसिल में भी उनके साथ की गई ठगी एवं श्रीजी नर्सिंग कॉलेज के फर्जी होने के प्रमाण पेश किए । जिसके चलते श्रीजी नर्सिंग कॉलेज के संचालक दीपक सैनी ने प्रार्थीया ममता दुबे से शिकायत वापस लेने एवं मामला रफा-दफा करने के लिए तीन लाख रूपये लेने की पेशकश की लेकिन ममता दुबे ने इस तीन लाख रूपये के ऑफर ठुकरा दिया । श्रीमती ममता दुबे का यह मत था कि श्रीजी नर्सिंग कॉलेज जो एक फर्जी कॉलेज है यहां कई छात्र-छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है, आज जो 2 लाख नर्सिंग कोर्स कराने के नाम पर उनसे ठगे गए है ऐसे करोड़ो रूपये यहां अध्ययनरत सैकड़ों छात्र-छात्राओं से वसूले गए होंगे । छात्र-छात्राओं का भविष्य ऐसे फर्जी कॉलेजों के हाथों न बिगड़े इसलिए ऐसे फर्जी कॉलेजों एवं इनके संचालकों पर सख्त कार्यवाही आवश्यक है ।
प्रार्थीया ने कब, कैसे और कितने रुपये दिये
प्रार्थीया श्रीमती ममता दुबे से जब इस संबंध मेंजानकारी ली गई तो प्रार्थीया ने बताया कि उन्होंने सबसे पहले एडमिशन के समय ही 1 माह के अंदर अपनी रकम बेच कर 1 लाख 20 हजार रुपये की पहली एवं दूसरी किश्त 50 हजार रुपये की इंस्टिट्यूट के दीपक सैनी को दी थी जिसकी रसीद भी प्रार्थी के पास रखी हुई है । फर्जी नर्सिंग कॉलेज के संचालक दीपक सैनी द्वारा कोचिंग के नाम पर 30 हजार रुपये मिला कर ऐसे कुल 2 लाख रुपये फर्जीवाड़े में जमा किये एवं फर्जी श्रीजी नर्सिंग इंस्टिट्यूट ऑॅफ साइंस से ममता को 6 महीने में अपना फर्स्ट ईयर पूरा होने की बात कही थी । किंतु 1 वर्ष पूरे बीत जाने पर भी जब प्रार्थीया की परीक्षा नही ली गई तो प्रार्थीया ने कॉलेज से उसके द्वारा दिये गए रुपये वापस देने की बात कही गई किंतु कॉलेज 2014 से ही ममता दुबे को टालता आ रहा है ।
फर्जी एग्रीमेन्ट बनवाकर भिजवाया प्रार्थीया से हस्ताक्षर करवाने
नर्सिंग कॉलेज के फर्जी होने का पता तब लगा जब 3 माह पहले ममता के पास एक एग्रीमेंट श्रीजी नर्सिंग कॉलेज के संचालक दीपक सैनी द्वारा हस्ताक्षर कराने के लिए भेजा गया जिसमें लिखा गया था कि ‘आप हमसे पूरे रुपये का चेक प्राप्त कर चुके है ।‘ एवं एग्रीमेन्ट में यह भी लिखा हुआ था कि ‘ ममता ने अपनी परिवार वालो के कारण अपनी स्वेच्छा से कॉलेज छोड़ा है।‘ इस एग्रीमेंट को पढ़ते ही ममता ने इस पर हस्ताक्षर करने से मना कर दिया एवं तुरंत संबंधित थाना वायडी नगर में इंस्टिट्यूट के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई ।