
खाद्य विभाग ने व्यापारियों को भी दिए निर्देश, विक्रय नहीं करे प्रभावित खाद्य सामग्री
मंदसौर । मंदसौर नगर में आई बाढ़ से धानमंडी क्षेत्र करीब दो दिन तक पूर्ण रूप से जलमग्न रहा तथा धानमंडी क्षेत्र की दुकानें पूर्ण रूप से बाढ़ के पानी के चपेट में रही । इस कारण खाद्य वस्तुएं बाढ़ में पानी में भिगी रही और खराब हो गई । कुछ व्यापारियों ने अपनी नुकसानी की कुछ हद तक भरपाई करने के लिए बाढ़ में भिगी हुई खाद्य सामग्री को ओने-पोने दाम में विक्रय करना प्रारंभ कर दी ।
जब खाद्य विभाग तक इसकी जानकारी पहुंची तो सर्वप्रथम खाद्य सुरक्षा अधिकारी कमलेश जमरा ने बाजार में अलाउंस करवाया कि आम जनता बाढ़ में भिगी हुई खाद्य सामग्री को सस्ते दामों में नहीं खरीदे और जो व्यापारी इन खाद्य सामग्री को बेच रहे है उन पर कार्यवाही होगी । इसके बाद खाद्य सुरक्षा अधिकारी कमलेश जमरा ने बुधवार को व्यापारी संघ के सदस्यों के साथ एक बैठक की गई जिसमें सभी व्यापारियों को निर्देशित किया गया कि वे बाढ़ से प्रभावित खाद्य वस्तुएं न बेचे।
जमरा ने बताया कि बाढ़ व अतिवृष्टि से शहर के गंदे पानी में यह खाद्य वस्तुएं रही। जिसके कारण यह खाद्य वस्तुएं मानव उपयोग के लिए सुरक्षित नहीं रही गई। व्यापारियों ने भी खाद्य विभाग को बताया कि उनके द्वारा कोई भी बाढ से प्रभावित खाद्य सामग्री नहीं बेची जा रही है और कई सामान तो नष्ट कर दिये गये है और बाकी बचा सामान भी नष्ट कर दिया जाएगा। व्यापारी संघ द्वारा पूरे शहर में एनाउन्समेंट भी करवाया गया कि कोई भी व्यक्ति बाढ़ के पानी में भीगी खाद्य वस्तुएं न खरीदे इससे बीमारी फैलना का भय बन रहता है। बैठक में विशेष रूप से अशोक कामरिया, राजेश चाहूजा, हिम्मत जैन सहित बड़ी संख्या में किराना व्यापारी संघ के सदस्य उपस्थित थे।