
न्यूड वीडियो कॉल रिकॉर्ड कर कई लोगों के साथ हो चुकी है ठगी
Special Report
मंदसौर, 20 जून । सेक्सटार्शन मतलब किसी को अपने जाल में फंसाकर उसका अश्लील वीडियो बना लेना और फिर उसी के जरिए ब्लैकमेलिंग का खेल शुरू कर वसूली का धंधा करना ।
मध्यप्रदेश में इन दिनों हनी ट्रेप के बाद सेक्सटार्शन गिरोह सक्रिय हो गया है । सेक्सटार्शन गिरोह लड़कियों की फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर पहले लोगों से दोस्ती करता है और फिर वीडियो कॉल के दौरान उन्हें अश्लील हरकत के लिए उकसाते हुए वीडियो रिकॉर्ड कर उसे ब्लैकमेल करता है । सेक्सटार्शन वीडियो कॉल्स के माध्यम से ब्लैकमेलिंग के ऐसे अनगिनत गिरोह पूरे देश में सक्रिय हो गए है । जो लोग सेक्सटार्शन वीडियो कॉल्स के शिकार हो जाते है वह बदनामी के डर से ऐसे गिरोह की रूपयों की मांग को पूरा करते चले जाते है। मुश्किल से एक आध ही हिम्मत जुटाकर ठगी के ऐसे मामलों की शिकायत कर पाता है ।
ऐसे फंसते है जाल में
सेक्सटार्शन गिरोह फेसबुक पर खूबसूरत लड़कियों की फर्जी प्रोफाईल बनाते है। फिर लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजकर उनसे दोस्ती करते है। नजदीकी बढ़ने के बाद प्रेम के जाल में फंसाते है और नंबर का आदान-प्रदान करते है । पीड़ित जब व्हॉट्सएप पर वीडियो कॉल करता है तो गिरोह के लोग इधर से किसी लड़की का अश्लील वीडियो प्ले कर देते है । फिर पीड़ित को भी अश्लील व्यवहार करने के लिए उकसाते है और उसके ऐसा करते ही वीडियो बना लेते है । इसके बाद वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर उसकी एवज में रूपये ऐंठते है । गिरोह व्हॉट्सएप कॉल रिकॉर्ड करने के लिए स्क्रीन रिकॉर्डर का इस्तेमाल करते है ।
ब्लैकमेलिंग के अलग-अलग तरीके
जनवरी 2021 में दिल्ली की सायबर सेल ने सेक्सटार्शन गिरोह के 6 सदस्यों को गिरफ्तार किया था । यह गिरोह 100 से अधिक लोगोंके साथ ठगी कर चुका था। लेकिन पीड़ितों से रूपये ऐंठने के लिए इस गिरोह ने अलग-अलग तरीके अपनाए थे।
वीडियो कॉल के माध्यम से जब गिरोह के लोग पीड़ित का वीडियो बना लेते है तो पीड़ित से रूपयों की मांग की जाती है और धमकी दी जाती है कि अगर रूपये नहीं दिए तो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर देंगे। वीडियो वायरल और बदनामी के डर से पीड़ित इस गिरोह को रूपये दे देता है ।
इसके बाद ये लोग पीड़ित को दूसरा फोन सोशल मीडिया का मैनेजर के नाम से लगाते और कहते है कि आपका एक वीडियो सोशल मीडिया पर चल रहा है जिसे हटाना होगा और वीडियो हटाने के लिए रूपये लगेंगे और ऐसा कहकर वापस पीड़ित से रूपये ऐंठ लेते है ।
फिर यह गिरोह पीड़ित को तीसरा फोन लगाता है और तीसरा फोन पुलिस या जांच अधिकारी के नाम से किया जाता है और रूपयों की डिमांड की जाती है तथा रूपये नहीं देने की बात पर परिणाम भुगतने की धमकी देकर पीड़ित से ओर रूपये ऐंठ लिए जाते है ।
भोपाल में सेक्सटार्शन गिरोह का भंडाफोड़
18 जून 2021 को भोपाल में सेक्सटार्शन करने वाला एक अंर्तराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है । मध्यप्रदेश के लोगों को ठगी का शिकार बनाने वाला यह गिरोह राजस्थान और हरियाणा से संचालित हो रहा था । आरोपी वसीम को फिरोजपुर झिरका, मेवात हरियाणा से और पुरूषोत्तम व यादराम को अलवर राजस्थान से गिरफ्तार किया है। यह गिरोह मध्यप्रदेश के अलावा गुजरात, महाराष्ट्र, दिल्ली और छत्तीसगढ़ में भी इसी तरह लोगों को फंसा रहा था।
वहीं इससे पहले 17 जून 2021 को दिल्ली में भी क्राईम ब्रांच ने एक सेक्सटार्शन गिरोह का भंडाफोड़ किया। पुलिस ने इस गिरोह के मास्टर माइंड बरकत अली को गुड़गांव से गिरफ्तार किया।
मंदसौर में सेक्सटार्शन का पहला मामला
मंदसौर जिला मुख्यालय पर भी सेक्सटार्शन का पहला मामला सामने आया है । जानकारी के अनुसार सेक्सटार्शन गिरोह ने एक 57 साल के व्यक्ति को अपना शिकार बनाया । पीड़ित को भी पहले एक लड़की की फर्जी फ्रेंड रिक्वस्ट आई, उसके बाद गिरोह के लोगों और पीड़ित की बातचीत शुरू हुई । 30 मई से यह सिलसिला प्रारंभ हुआ और इस बीच दोनों में मोबाईल नंबर का आदान-प्रदान हुआ। वीडियो कॉल पर बातचीत शुरू हुई और गिरोह के लोगों ने एक अश्लील वीडियो प्ले किया और पीड़ित को भी न्यूड होने के लिए उकसाया। जब पीड़ित ने ऐसा करना प्रारंभ किया तो उसका वीडियो बना लिया गया और वीडियो वायरल करने की धमकी दी । यह घटनाक्रम 16 जून को हुआ जिसके बाद पीड़ित ने इसकी शिकायत शहर कोतवाली पुलिस में की है। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी है ।
सजग रहने की आवश्यकता
सेक्सटार्शन गिरोह फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हॉट्सएप, टेलीग्राम आदि सोशल मीडिया पर खूबसूरत लड़कियों की फोटो डालकर फर्जी आईडी बनाकर लोगों को जाल में फंसाते है । ऐसे गिरोह से लोगों को सजग और सचेत रहने की आवश्यकता है । फेसबुक व अन्य सोशल मीडिया पर अनजान लड़कियों की फ्रेंड रिक्वेस्ट आने पर उसे रिजक्ट कर देना चाहिए। वाट्सएप पर अनजान नंबर से आए वीडियो कॉल को नहीं उठाना चाहिए । वहीं अगर आप ऐसे सेक्सटार्शन गिरोह का शिकार हो भी जाते है तो इनकी रूपयों की डिमांड को पूरी करने की बजाए ऐसे गिरोह की सूचना नजदीकी थाने पर दें ताकि ऐसे जालसाज गिरोह के सदस्य जेल की सलाखों के पीछे पहुंच सके ।