
नई दिल्ली । चीन न्यूक्लियर सप्लायर ग्रुप (एनएसजी) में भारत की सदस्यता पर रोड़ा अटकाने वाले अड़ियल रवैये पर कायम है। चीन ने सोमवार को एक बार फिर संकेत दिए कि वह अगले महीने बर्न में होने वाले पूर्ण अधिवेशन में भारत की 48 सदस्यीय इस ग्रुप में शामिल होने की इच्छा पर रोड़ा अटकाएगा।
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने सोमवार को कहा कि ‘अगले महीने होने वाले सम्मेलन में वह गैर-एनपीटी राष्ट्रों के एनएसजी में भागीदारी के अपने पुराने रवैये पर कायम रहेगा।’
गौरतलब है कि चीन नहीं चाहता कि भारत एनएसजी का सदस्य बने। इसलिए वह लगातार किसी न किसी बहाने भारत की राह में रोड़ा अटकाता रहता है। यही वजह है कि एनएसजी के ज्यादातर सदस्य देशों के समर्थन के बाद भी भारत अभी तक इसकी सदस्यता हासिल नहीं कर सका है।
इससे पहले भारत ने एनएसजी की सदस्यता के लिए पिछले साल मई में भी आवेदन किया था, पर चीन के अडंगे के चलते भारत को एनएसजी की सदस्यता नहीं मिल पाई थी। इस बार की बैठक में भी चीन अडंगा लगाने को तैयार है, ऐसे में भारत अभी एनएसजी में एंट्री ले पाएगा, इसमें सस्पेंस बना हुआ है।