
नीमच। उज्जैन एसडीएम के फर्जी हस्ताक्षर से जारी हुए पास पर पांच पिकअप बे-रोकटोक रतलाम, मंदसौर होते हुए जा रही थी लेकिन नीमच जिले के नयागांव राजस्थान बॉर्डर पर इन्हें रोका तथा पूछताछ कर उज्जैन एसडीएम से जानकारी ली तो पता चला कि उज्जैन एसडीएम ने ऐसा कोई पास जारी नहीं किया। इस मामले में 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया।
मिली जानकारी के अनुसार उज्जैन से चली पांच पिकअप वाहनों में 10 लोग सवार होकर उज्जैन से जैसलमेर जाने के लिए निकले। इन पिकअप वाहनों पर उज्जैन एसडीएम के फर्जी हस्ताक्षर द्वारा जारी पास लगा हुआ था। यह पिकअप रतलाम, मंदसौर होते हुए तो आराम से निकल गए लेकिन जब यह नीमच जिले की नयागांव राजस्थान बॉर्डर पर पहुंचे तो वहां तैनात बल ने इन्हें रोका और पूछताछ की। वाहनों पर जो पास लगा हुआ था उसमें उज्जैन से जैसलमेर जाने का उल्लेख था इस आधार पर तैनात बल के प्रभारी एसआई कमलेश गौड़ ने पास का फोटो लेकर तस्दीक के लिए उज्जैन एसडीएम राकेश मोहन त्रिपाठी को भेजा तो उन्होंने बताया कि पास पर जो हस्ताक्षर है वह फर्जी है। इसके बाद इन 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया ।
प्रारंभिक पूछताछ में इन लोगों ने बताया कि उज्जैन फैक्ट्री में काम करने के लिए जैसलमेर से 30 मजदूर लेने जा रहे थे और इन्हें राजस्थान जाना था इसलिए उज्जैन एसडीएम के फर्जी हस्ताक्षर कर पास बनाया और पास की मदद से इन्हें मध्यप्रदेश से निकलकर राजस्थान जाना था।