
विधायक भू-माफियाओं, ठेकेदारों, दलालों से जुगलबंदी कर जनता के साथ कर रहे है कुठाराघात-विजय गुर्जर
मंदसौर संदेश/मंदसौर
शहर की जनता ने जिस विश्वास और भरोसे के साथ यशपालजी को पार्षद से अध्यक्ष, अध्यक्ष से दो बार विधायक बनाया सत्ता के सुख में अब उसी जनता की जनभावना के साथ अपना आर्थिक हित साधने के लिये भूमाफियाओं, दलालों और ठेकेदारों से जुगलबंदी करके कुठाराघात कर रहे

कांग्रेस पार्षद, नपा मंदसौर
हैं । जिनको जन प्रतिनिधि बनाकर मन्दसौर शहर के हितों की रक्षा के लिये, जनता के धन-सम्पत्ति की चौकीदारी करने के लिये भोपाल भेजा था अब वो डोडाचूरा ठेकेदार, भूमाफिया, निर्माण कार्या के ठेकेदारों से मिलकर अपने आिर्र्थक हितों का ध्यान रखने में लगे हुऐ हैं। जिसके परिणाम स्वरूप विधानसभा क्षेत्र की जनता के मन में ऐसे जन प्रतिनिधियों के प्रति दुख व्याप्त है । यह बात पार्षद विजय गुर्जर ने कही है।
विजय गुर्जर ने आगे कहा की मन्दसौर में उत्कृष्ट रोड़ का ठेका आशीष गुप्ता को दिलाने के लिये जिस तरह विधायक यशपाल सिसोदिया ने खुले रूप से भूमिका निभाई है उससे यही स्पष्ट होता है । उत्कृष्ट रोड़ की टेण्डर प्रक्रिया जब हो रही थी उस दौरान अन्य ठेकेदारों को उत्कृष्ट रोड़ का ठेका नही लेने के लिये इनके द्वारा दबाव बनाया गया जबकि अन्य ठेकेदारों द्वारा भुगतान करके टेण्डर फार्म खरीद लिये गये थे । उसके बाद पीआईसी की बैठक में सभी सभापतियों, संबंधित अधिकारियों को फोन लगा कर दबाव बनाया गया की आशीष गुप्ता की उत्कृष्ट रोड़ की फाईल को तुमको पास करना ही है । पी आई सी द्वारा इस प्रक्ररण में विवाद और वर्तमान में नगर पालिका में प्रचलित एस.ओ.आर. दर से अधिक दर को देखते हुऐ पी.आई.सी. के सदस्यों ने अपना बचाव करते हुवे इस प्रकरण को बिना पी.आई.सी. की अनुशंसा के ही शासन को भेज दिया । पिछले दिनों शासन की बैठक भोपाल में हुई । भोपाल में दबाव बनाकर इस टेण्डर को स्वीकृत कराने की योजना भी विधायक द्वारा तैयार की गई और भोपाल में जब इस प्रक्ररण की मिटिंग हुई तो पूरा मेनेजमेन्ट भी इसी ठेकेदार के हाथों में दे दिया गया इसका प्रमाण इस बात से मिल जाता है कि नगर पालिका के इन्जिनियर राजेश उपाध्याय, लोक निर्माण शाखा के लिपिक नरेन्द्र परमार सहित नगर पालिका के जिम्मेदार अधिकारी मन्दसौर से भोपाल आशीष गुप्ता की लग्झरी गाड़ी में इस ठेकेदार के सम्पूर्ण खर्चे पर गये जिससे इन सभी की जुगलबंदी की पूरी कहानी जनता के सामने रख दी है । साथ ही निविदा समिति सहित अन्य समिति के इस प्रकरण से संबंधित प्रस्ताव पर तत्कालीन मुख्य नगर पालिका अधिकारी हिमांशु भट्ट ने जेल यात्रा से बचने के लिये हस्ताक्षर करने से मना कर दिया था उन सभी प्रस्तावों पर नव नियुक्त सीएमओ ने कई प्रकार के प्रभावों में आकर तत्काल हस्ताक्षर कर दिये ।
विजय गुर्जर ने आगे बताया की मन्दसौर शहर के भाजपा के चुने हुवे जन प्रतिनिधियों के सामने ऐसी क्या परिस्थितियां इस टेण्डर को लेकर निर्मित हो गयी है कि भाजपा, कांग्रेस, समस्त मिडिया और इस टेण्डर प्रक्रिया में कई तरह के विवाद होने के बाद भी इसको निरस्त करने की कार्यवाही नहीं कर पा रहे हैं जबकि इसी तरह के मामलों में मन्दसौर नगर पालिका तत्काल टेण्डर निरस्त करने की कार्यवाही लगातार कर रही है जबकि इस उत्कृष्ट रोड के टेण्डर को पुनः आमंत्रित किये जाने से लगभग 60 लाख रूपये का फायदा मन्दसौर नगरपालिका को होने की संभावना है ।
अंत में विजय गुर्जर ने मध्यप्रदेश सरकार के जिम्मेदार जन प्रतिनिधियों की मिली भगत होने के कारण इस तरह के मामलों में कोई कार्यवाही नहीं हो पा रही है ना ही इस तरह के भ्रष्टाचार के मामले मिली भगत होने के कारण रूक पा रहे हैं । उत्कृष्ट रोड़ के इस मामले की जानकारी राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो व लोकायुक्त मध्यप्रदेश को भेजी गई है और मांग की गई है कि दोषी जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों पर कार्यवाही की जाये जिससे मध्यप्रदेश में इस प्रकार के निर्माण के नाम पर हो रहे भ्रष्टाचार पर रोक लग सके ।