
मंदसौर, 23 सितम्बरः कोविड-19 के चलते जहां पूरे देश में लॉकडाउन चल रहा था वहां पुलिस ने अपनी जान को जौखिम में डालकर खतरे के बीच 24 घंटे दिन-रात सड़कों पर पर ड्यूटी की, पुलिस ने इसलिए किया ताकि देश के नागरिक अपने घरों में रहे और सुरक्षित रहे। लॉकडाउन के चलते पुलिस ने जरूरतमंदों तक खाना पहुंचाया उन्हें खाना खिलाया, जरूरत के सामानों को लोगों के घर-घर पहुंचाया। इस लॉकडाउन में पुलिस ने अपने कर्त्तव्यों का तो बखूबी निर्वहन किया साथ ही सामाजिक क्षेत्र में अपनी ड्यूटी पूर्ण निष्ठा से निभाई। लोग सुरक्षित रहे इसके लिए पुलिस ने हर संभव करने में जुटी।
लॉकडाउन के बाद भी पुलिस में सामाजिक दायित्वों का निर्वहन करने की ललक ऐसी जागी है कि आज भी पुलिस विभाग में चाहे वह अधिकारी हो या पुलिस आरक्षक वह अपनी ड्यूटी पूर्ण निष्ठा के निभाने के साथ ही सामाजिक दायित्वों का निर्वहन भी लगातार कर रहे है।
ऐसे पुलिस वालों को हम कहीं ढूंढने नहीं गए लेकिन सोशल मीडिया के माध्यम से हमारी उन पर नजर पड़ी और उनके द्वारा किए गए कार्यों की सराहना करना हमारा भी दायित्व बनता है।
ऐसा ही घटना जो सोशल मीडिया फेसबुक पर आज हमें दिखाई दी उसे हम साझा कर रहे है। यह मामला आज का ही है-मंदसौर जिले के शामगढ़ थाना क्षेत्र के आरक्षक विनोद राठौर जो अपनी ड्यूटी का निर्वहन कर रहे थे उन्हें मुख्य मार्ग पर जाती हुई एक गाय दिखी। इस गाय का एक खुर पूरी तरह से टूट चुका था। आरक्षक विनोद राठौर रूके और उन्हें इसकी सूचना तुरुंत पशु चिकित्सक को दी। मौके पर पशु चिकित्सक सौदान सिंह तंवर पहुंचे। आरक्षक विनोद राठौर ने मिंटू सिंह देवड़ा एवं आसपास के अन्य व्यक्तियों के सहयोग से उस घायल गाय का उपचार करवाया।
फेसबुक पर अपलोड की गई इस पोस्ट के साथ यह भी संदेश लिखा हुआ था कि-
घायल पशु अपना दर्द बयां नहीं कर सकते, होगा हादसा तुम्हारे साथ तो तुम दर्द सहन नहीं कर सकते ।
आप सभी सावधानी पूर्वक अपने वाहन चलाएं