
बालिकाओं, युवतियॉ का होगा अलग अलग नृत्य, गरबा और कलश यात्रा भी रहेगी महिलाआेंं की
मंदसौर संदेश/मंदसौर
आगामी 31 जुलाई श्रावण मास के चतुर्थ सोमवार को निकलने वाली जगप्रसिद्ध भूतभावन भगवान श्री पशुपतिनाथ महादेव की शाही सवारी को लेकर शिवभक्तों में जहॉ अपार उमंग,उत्साह का वातावरण है वहीं महिलाओं में भी खासा उत्साह देखा जा रहा है। इस वर्ष भी शाही सवारी के आगे महिलाओं, युवतियों, बालिकाओं के विशेष परिधानों में बरसाना और वृंदावन का रास नृत्य युवतियॉ और बालिकाएॅ करेगी जो आर्कषण का केन्द्र रहेगी साथ ही गरबा नृत्य व कलश यात्रा भी रहेगी। विगत् कई दिनों से तैयारियों को लेकर पूर्वाभ्यास किया जा रहा है।
उक्त जानकारी देते हुए भगवान श्री पशुपतिनाथ प्रातः काल आरती मंडल के अध्यक्ष एवं नपाध्यक्ष प्रहलाद बंधवार, प्रवक्ताद्वय जगदीश पुरसवानी, उमेश परमार ने बताया कि भगवान श्री पशुपतिनाथ शाही सवारी में इस वर्ष बरसाने और वृंदावन का रास नृत्य युवतियों द्वारा किया जायेगा। जिनमें 80 बड़ी बालिकाएॅ बरसाने का गोपी नृत्य पारंपरिक परिधान में करेगी । वहीं 60 छोटी बालिकाओं का ग्रुप भी वृंदावन का रास नृत्य करेगा साथ ही वासुदेव कृष्ण-पालना का मनोरम दृश्य भी शाही सवारी के आगे देखने को मिलेगा। उन्होने बताया कि 51 महिलाएॅ सिर पर कलश धारण करे हुए पारंपरिक वेशभूषा में चलेगी। युवतियों और बालिकाओं को नटराज डांस क्लासेस की संचालिका श्रीमती यशिता दवे प्रशिक्षित कर रही है। उन्होने बताया कि प्रातः काल आरती मंडल की सदस्य श्रीमती शंकुतला काबरा, श्रीमती सुनिता बसेर, मधु हेड़ा, आशा अग्रवाल, मधु नरायनिया, कैलाशी भारती, अनामिका जोशी प्रतिदिन युवतियों को प्रशिक्षिण देने में सहयोग कर रही है। साथ ही शाही सवारी में छोटी और बड़ी महिलाओं की व्यवस्था करने में रेखा गौराना, ललिता सिंह, अंजु दयाल, मीना चौधरी, अंगूरबाला माली, मोना बसेर, पार्वती मावर, लता ब्रिजवानी, श्रीमती दीपा लगी रहेगी ।
रथ को भव्य बनाने में लगे हुए है कारीगर
मंडल अध्यक्ष प्रहलाद बंधवार ने बताया कि भगवान के रथ को भव्य और मनमोहक रूप प्रदान किया जा रहा है। पूरे रथ पर कोई पॉच कर्मचारी काम कर आर्कषक रूप दे रहे है। इस रथ पर पॉलिश कर भव्य नक्काशी की जा रही है। भगवान की रजत प्रतिमा को रथ में आर्कषक नयनाभिराम श्रृंगार कर विराजित किया जायेगा ।
भोले को लगा ताम्बूल का भोग
मंडल प्रवक्ता जगदीश पुरसवानी और उमेश परमार ने बताया कि शुक्रवार को नागपंचमी के पावन पर्व पर भूतभावन भगवान श्री पशुपतिनाथ महादेव का सुबह 6ः30 बजे प्रातः काल आरती मंडल के तत्वावधान में विद्वान पंडितो की मंडली द्वारा मंत्रोच्चार के बीच अभिषेक पूजन का आयोजन शुरू करवाया गया और आरती में शिवमानस पूजा में भगवान को ताम्बूल (पान) का महाभोग लगाया गया और आरती पश्चात् भक्तों को प्रसाद वितरित किया गया। हर वर्ष मंडल सदस्य फकीरचंद परिहार द्वारा यह भोग लगाया जाता है ।