
बैठक का बहिष्कार कर धरने पर बैठे जिपं सदस्य
मंदसौर संदेश/मंदसौर
सदन के सामने झूठ बोलना, सदन को गुमराह करना, सदस्यों द्वारा बताये गये कामों को नहीं करना, विधायकों के फोन लगाने के बावजूद कार्य नहीं करना, यह काम है जिला पंचायत की सीईओ रानी बाटड़ के । और इसी हठधर्मिता के चलते जिला पंचायत सदस्यों का विरोध बढ़ता जा रहा है और आलम यह रहा कि कल जिपं सदस्यों ने बैठक का बहिष्कार तो किया है साथ ही जिला पंचायत कार्यालय के गेट पर सभी सदस्य धरने पर भी बैठ गये…!
सीईओ रानी बाटड़ आये दिन विवादों में आती रहती है । अभी कुछ दिन पूर्व ही सर्किट हाउस में लगी महिला कोर्ट में राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने बिना जांच किये भारती पाटिल को सस्पेंड वाले मामले में रानी बाटड़ को फटकार लगाई थी ।
जिसके बाद अब एक नया मामला सामने आया है । जिसमे 30 मई को होने वाली मीटिंग में भाग ना लेते हुए जिला पंचायत के सभी सदस्य मीटिंग का बहिष्कार कर जिप के गेट के बाहर धरने पर बैठ गए। धरने पर बैठने का कारण सीईओ रानी बाटड़ द्वारा जमीनी स्तर पर काम नही करना व सदैव खुद की मनमानी चलाते रहना है। जिपं की अध्यक्ष सहित सभी सदस्यों ने एक साथ इस मासिक मीटिंग का बहिष्कार किया ।
जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती प्रियंका डॉ.मुकेश गोस्वामी ने मंदसौर संदेश से चर्चा में बताया कि सीईओ रानी बाटड़ द्वारा बैठकों में लेने वाले निर्णयों पर कार्य नही होने, गरीबो के कल्याण के लिए किये गए कार्या पर अमल नही होने के चलते एवं कई बैठकों में पालन प्रतिवेदन में लेने के बावजूद उनके जवाब नही मिलने को लेकर जिप के सदस्यों ने मिल कर यह धरना दिया है । श्रीमती गोस्वामी ने बताया कि अभी हाल फिलहाल में एक सब इंजीनियर को निलंबित किया गया था लेकिन रानी बाटड़ ने सब इंजीनियर की निलंबन की बात को खारिज कर दिया जब उन्हें नोटशीट दिखाई तो जानकारी नहीं होने की बात कहकर मामला टाल दिया । वहीं रानी बाटड़ के समक्ष कूलर खरीदने के प्रस्ताव भी रखे गये थे लेकिन दो साल हो गये कोई कूलर नहीं खरीदया गया ।
इस पूरे मामले में यह भी महत्वपूर्ण बात है कि केंद्र से लेकर प्रदेश तक भाजपा की सरकार है और जिपं भी भाजपा की है उसके बावजूद भी जिपं सीईओ रानी बाटड़ यथावत है और इतने विरोध के बावजूद उसे नहीं हटाया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि इस जिले में कुछ अधिकारियों ने सांसद का पल्ला पकड़ कर बैठे है तो कुछ विधायक का तो कुछ ने संगठन के पदाधिकारियों का पल्ला पकड़ रखा है ।
ऐसी स्थति में कांग्रेस की तर्ज से घटिया स्तर पर सŸा चलाई जा रही है और इन सबका का मामला कही न कही आर्थिक स्तर से जुड़ा हुआ है। आर्थिक स्तर मतलब की चंदे और चटनी से जुड़ा हुआ है। कोई चंदा लेकर संरक्षण दे रहा है तो कोई चटनी के माध्यम से चाटुकारिता कर रहा है और ऐसी स्थिति में सŸा संगठन से लगा कर जनप्रतिनिधि की इमेज चुल्लू भर पानी मे डूब रही है और आज जिले की यह हालात हो गई है कि जिप के सीईओ के खिलाफ सम्पूर्ण जिप के सदस्यों को अपने कार्यालय पर अनशन पर बैठना पड़ रहा है व इस तमाशे को देख कर विधायक से लेकर सांसद तक व संगठन से लगाकर सŸा तक के लोग डमरू बजा कर डांस कर रहे है ।