
इस वर्ष राजनीति में धमाल मचेगा, बड़े नेता की दुर्घटना में मौत होगी
जावरा/रतलाम। इस वर्ष राजनीति में धमाल मचेगा। बड़े नेता की दुर्घटना में मौत होगी। बीमारियों का प्रकोप बढ़ेगा। लहसुन के भाव में तेजी आएगी। सोना. चांदी के भाव कम होंगे।
जावरा से करीब 17 किमी दूर स्थित ग्राम गोठड़ा में मलेनी नदी के किनारे स्थित भैंसासरी माताजी के दरबार में रविवार दोपहर ये भविष्यवाणी की नागूलाल ने। भविष्यवाणी सुनने जनसैलाब उमड़ा।
उल्लेखनीय है कि यहां प्रतिवर्ष चैत्र नवरात्रि में देवी पंचकुंडीय महायज्ञ का आयोजन किया जाता है। यहां 110 वर्षों से भविष्यवाणी की जा रही हैए जो लगभग सटीक बताई जाती है। भविष्यवाणी सुनने के लिए मप्र सहित अनेक प्रांतों के लोग आते हैं।
चल समारोह निकाला
पं.शंकरलाल पौराणिक व पं.कपिल पौराणिक के सान्निध्य में रविवार को यज्ञ की पूर्णाहुति हुई। इस अवसर पर माताजी के मंदिर से वाड़ी का चल समारोह निकाला, जो प्रमुख मार्गों से होकर मलेनी नदी के तट पहुंचा। वाड़ी को जल में विसर्जित किया गया ।
भैंसासरी माताजी के चबूतरे पर पंडाजी नागूलाल ने वर्षभर में होने वाले घटनाक्रमों की भविष्यवाणी की। नागूलाल ने भविष्यवाणी करते हुए कहा कि इस वर्ष दूसरे आषाढ़ से बोवनी प्रारंभ होगी। फसलों में सोयाबीन, कपास, मिर्च, गेहूं, चना, मैथी, लहसुन का उत्पादन खूब होगा। हल का मुहूर्त चैत्र सुदी 13 तड़के 4 से सुबह 7.30 बजे तक रहेगा।
ये रहे उपस्थित
इस अवसर पर सांसद डॉ. चिंतामणि मालवीय, विधायक दिलीप शेखावत, जितेंद्र गेहलोद, पूर्व विधायक दिलीप गुर्जर, पारस सकलेचा, आलोट जनपद अध्यक्ष कालूसिंह परिहार, खाचरौद जनपद उपाध्यक्ष लालसिंह बंजारी, जावरा नपाध्यक्ष अनिल दसेड़ा सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे। भविष्यवाणी सुनने के लिए गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र व प्रदेश के हजारों श्रद्धालु पहुंचे।
यह भी की भविष्यवाणी
-इस वर्ष दुर्घटनाएं अधिक होंगी।
-तीन बार भूकंप आएगा।
– धान के भावों में तेजी रहेगी।
– भादौ माह में तेज बारिश होगी।
– मावठे के साथ ओलावृष्टि होगी।
-आय के अनुसार खर्च करना होगा।
– फसलों का उत्पादन अधिक होगा।
– लहसुन के भाव में तेजी होगी।
– एक खंड वर्षा नहीं होने से सूखा रहेगा।
– महावीर का अभिषेक करने से बीमारियों के प्रकोप से बचा जा सकेगा।
झलकियां
– ग्रामवासियों द्वारा प्रत्येक घर के बाहर पेयजल की व्यवस्था की गई।
– भविष्यवाणी सुनने महिलाओं व बच्चों में भी उत्साह रहा।
– श्रद्धालु अपने.अपने साधनों से भविष्यवाणी सुनने पहुंचे।