
प्रतापगढ़ । मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश के बाद अब राजस्थान में भी चोटी कटने की सुचना प्राप्त हुई । राजस्थान राज्य के प्रतापगढ़ जिले के अरनोद उपखंड में चोटी कटने कि जानकारी से पुरे क्षेत्र में सनसनी फैल गयी जिससे हर कोई यह जानना चाहता है कि आखिर कैसे चोटी कट रही है और अचानक ऐसा कैसे हो रहा है तथा पुलिस भी जांच कर रही है ।
यह मामला प्रकाश में आया प्रतापगढ़ जिले के अरनोद उपखंड व अरनोद थाना क्षेत्र के गांव बड़वास कला में जहां एक युवती के खेत में कार्य करते समय चोटी काटने की जानकारी मिली है । प्राप्त जानकारी अनुसार बड़वास कला गांव में मंगलवार को खेत पर मवेशियों के लिए घास काटने गयी एक महिला की चोटी कट गई है। बड़वास कला निवासी राधा पत्नी प्रभुलाल मीणा अपने खेत पर मवेशियों के लिए चारा काटने गयी थी। चारा काटते समय उसकी चोटी कट कर नीचे गिर गई और उसको पता ही नही चला। पीड़ित महिला के साथ गए उसके बच्चे ने उसको बताया, जब पता लगा। पीड़ित महिला घटना से डर गई और घर की तरफ दौड़ती हुई आई और परिजनों को उक्त घटना के बारे में बताया। कुछ ही पल में बाल काटने की घटना आग की तरह फैल गयी। घटना के बाद ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। बताया गया कि घटना की भनक लगने पर खेतो में काम कर रही महिलाए भी डर के मारे काम छोड़ कर घर लौट आई।
मुझे पता भी नही चला कब कटी चोटी
पीड़ित महिला राधा बाई ने बताया कि मुझे पता भी नही लगा कि मेरी चोटी कैसे कटी, मेरे साथ मे आये मेरे छोटे बच्चे ने मुझे बताया कि मेरे बाल काट कर नीचे गिरे पड़े है। डर के मारे में काम छोड़ कर घर पर भाग कर आ गयी ।
ग्रामीणों में दशहत का माहौल
अरनोद थाना क्षेत्र के बड़वास कला में बाल काटने की घटना से बड़वास कला के अलावा आसपास के ग्रामीण भी भयभीत है। मंगलवार को दोपहर में हुई घटना के बाद गांव में आस पड़ोस के ग्रामीणों का तांता लग गया। पीड़ित महिला के घर लोगो की भीड़ एकत्रित हो गयी। हर कोई इस घटना की जानकारी लेने के लिए महिला के घर पहुँच रहा था।
निम्बू मिर्ची के भरोसे ग्रामीण
घटना से भयभीत ग्रामीण अंधविश्वास के चलते कई टोन टोटके करने से भी नही चूक रहे है। कुछ ऐसा ही बड़स कला गांव में भी देखने को मिला। बड़वास कला के हर एक घर के दरवाजे पर निम्बू मिर्ची, नीम के पत्ते लटका रखे है। इस बारे में मन्दसौर संदेश प्रतिनिधि द्वारा पूछा गया तो ग्रामीणों ने बताया कि इस तरह का टोटका करने से बाल कटने वाली घटना से बचा जा सकता है।अंधविश्वास के चलते ग्रामीण झाड़ फुक भी करवाने से नही चूक रहे है। वही जिले में हर कोई इस घटना का खुलासा होने का इंतजार कर रहा है ।