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गणेश चतुर्थीः सार्वजनिक स्थानों की बजाए घर पर ही गणेशजी की मूर्ति की स्थापना कर करें आराधना

किसी भी देव की आराधना के आरम्भ में, किसी भी सत्कर्म व अनुष्ठान में, उत्तम-से-उत्तम और साधारण-से-साधारण कार्य में भी भगवान गणपति का स्मरण, उनका विधिवत पूजन किया जाता है। इनकी पूजा के बिना कोई भी मांगलिक कार्य को आरंभ नहीं किया जाता है। ऐसे परमपिता परमात्मा श्री गणेश जी का 10 दिवसीय जन्मोत्सव 22 अगस्त 2020 से प्रारंभ होकर 1 सितंबर 2020 को श्री गणेश जी की मूर्ति स्थापना के विसर्जन पर समाप्त होगा।

प्राचीन काल एवं धार्मिक मान्यताओं के आधार पर इस उत्सव से जुड़ी कई कहानियां है । यह उत्सव पूर्व में कुछ राज्यों तक सीमित था । अब वर्तमान परिवेश में धीरे-धीरे यह उत्सव संपूर्ण भारत वर्ष के हर शहर, गांव, गली, मोहल्लों में बड़ी धूमधाम व उत्साह पूर्वक मनाया जाता है । बच्चे, बूढ़े या युवा वर्ग सभी में इस पवित्र उत्सव को लेकर एक अलग ही उत्साह एवं उमंग का माहौल रहता है तथा हर वर्ग का व्यक्ति इस उत्सव का बेसब्री से इंतजार करता है।

बेशक इस वर्ष इस उत्सव की रोनक फीकी रह जाएगी। कोरोना काल के चलते फिर भी आप सभी धर्म प्रेमी बंधु सार्वजनिक स्थानों पर श्री गणेश जी की मूर्ति स्थापना न करते हुए अपने अपने घरों में श्री गणेश जी की मूर्ति स्थापित कर इस उत्सव को शांति एवं सभ्यता के साथ मना सकते हैं।

श्री गणेश उत्सव समाप्ति उपरांत मूर्ति विसर्जन के दौरान आप सभी वरिष्ठ, युवा व्यक्तियों एवं बच्चों से विनम्र अनुरोध करना चाहूंगा कि वर्तमान प्रशासन द्वारा जारी नियमों का पालन करते हुए मूर्ति विसर्जित करें तथा पूर्व में कई बार मूर्ति विसर्जन के दौरान लापरवाही या नादानी के कारण कई स्थानों पर हादसे हुए हैं जिस से कई व्यक्ति असमय काल के गाल में समा गए। परमात्मा ना करें इस प्रकार के हादसे फिर से हो इस हेतु आप सभी स्थानीय पुलिस प्रशासन द्वारा निर्धारित विसर्जन स्थान पर ही मूर्ति विसर्जन करें तथा बच्चों को दूर रखे।ं विसर्जन के दौरान पूर्ण रूप से सावधानी बरतें ताकि इस प्रकार के गंभीर हादसों से बचा जा सके।

विघ्नेश्वराय वरदाय सुरप्रियाय लम्बोदराय सकलाय जगद्धितायं।
नागाननाय श्रुतियज्ञविभूषिताय गौरीसुताय गणनाथ नमो नमस्ते॥

श्री गणेश चतुर्थी भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी दिनांक 22 अगस्त 2020 शनिवार से आयोजित होने वाले 10 दिवसीय भगवान श्री गणेश जी के जन्मोत्सव के शुभ अवसर पर आप सभी को कोटि-कोटि शुभकामना विघ्नहर्ता श्री गणेश जी के श्री चरणों में साष्टांग दंडवत, प्रणाम परमात्मा आप सभी की मनोकामना पूर्ण करें।

गणेश जी लाने एवं स्थापना का मुहूर्त

श्री गणेश चतुर्थी, दिनांक 22.8.2020, वार शनिवार
प्रातः 7.30 बजे से 9 बजे तक और प्रातः 11.30 बजे से दोपहर 3 बजे तक श्रेष्ठ मुहूर्त है।

मिट्टी के गणेश जी ही शास्त्रोक्त है, इसलिए मिट्टी के गणेश जी ही स्थापित करें। प्रतिमा सुंदर होने से ज्यादा जरूरी है कि वह शास्त्रीय हो, वही फलदायक होती है।

(आर. विनोद राठौर, थाना शामगढ जिला-मंदसौर)

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