
नई दिल्ली। यूं तो इस बार भी गुजरात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गैर मौजूदगी का अहसास नहीं होने दिया जाएगा, पर भाजपा अभी से यह सुनिश्चित करने में जुट गई है कि प्रदेश के एक एक बूथ पर कमल दिखे। पार्टी ने एक साथ सभी 48 हजार बूथ पर धावा बोलने का फैसला किया है। 28 मई को सभी बूथ पर एक एक कार्यकर्ता जाएगा और नौ दिन तक वहीं टिका रहेगा। खुद राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी इस दौरान कुछ बूथ पर जाकर जन संपर्क करेंगे।
गुजरात में भाजपा के लगातार शासन को बीस वर्ष होने को है। एक बड़ी बात यह है कि 2001 के बाद से पहली बार मुख्यमंत्री के चेहरे के तौर पर मोदी मौजूद नहीं होंगे। हालांकि वह लगातार दौरा करेंगे। भाजपा का मुख्यमंत्री चेहरा वर्तमान मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ही बने रहेंगे। सूत्रों का कहना है कि गुजरात में कांग्रेस की जो मनोदशा है उसके बाद फिर से सरकार गठन को लेकर आशंका नहीं है लेकिन शाह किसी भी सुस्ती के खिलाफ हैं। लिहाजा एक साथ हर बूथ पर एक एक पदाधिकारी व कार्यकर्ता कूच करेंगे। वहां लोगों से मिलेंगे, नए सदस्य जोड़ेंगे, स्थानीय धार्मिक सांस्कृतिक स्थल का भ्रमण करेंगे। यह कार्यक्रम नौ दिनों तक चलेगा।
गौरतलब है कि शाह ने गुजरात के लिए 150 प्लस सीटों का ऐतिहासिक लक्ष्य रखा है। यह लक्ष्य आज तक किसी भी पार्टी ने हासिल नहीं किया है। जबकि भाजपा को 182 सीटों वाले विधानसभा में अब तक अधिकतम 127 सीटें ही मिली हैं। शाह ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव नतीजो के बाद गुजरात के कार्यकर्ताओं को यह स्पष्ट कर दिया था कि 300 प्लस का लक्ष्य लेकर चलने वाले उत्तर प्रदेश में अगर ज्यादा मिला है तो गुजरात में भी इसी की अपेक्षा है। बूथ पर कार्यकर्ताओ का महाअभियान भी इसी रूप में देखा जा रहा है।