
अब लोकसभा, विधानसभा में दे रहे है किसान हितेषी बयान
मंदसौर संदेश/मंदसौर
लोकतंत्र में शासन करने के लिये प्रशासन को माध्यम बनाकर सरकार को चलाया जाता है। मंदसौर में केन्द्र सरकार (शासन) के प्रतिनिधि के रूप में सांसद सुधीर गुप्ता और राज्य सरकार (शासन) के प्रतिनिधि के रूप में विधायक यशपालसिंह सिसौदिया, सहित सत्ताधारी भाजपा के विधायकगण है। मंदसौर जिले में 1 जून 2017 से 10 जून 2017 तक अपनी उपज की मांगों को लेकर किसानों ने आंदोलन शुरू किया था लेकिन किसान आंदोलन शुरू होने से गोलीकाण्ड की घटना में किसानों की मृत्यु होने की घटना होने के बाद तक पूरे घटनाक्रम में सांसद, विधायकों ने कोई जिम्मेदारपूर्ण भूमिका नहीं निभाई। ये जनप्रतिनिधि ना ही किसानों के पास गये, ना ही गोलीकाण्ड में मारे गये कि

सान सहित उग्र हो चुके आंदोलनकारियों को रोकने, समझाने का प्रयास आंदोलन के दौरान किया गया। बल्कि किसान आंदोलन और किसानों को इन जनप्रतिनिधियों ने पीठ दिखा दी ।
लेकिन अब लोकसभा, विधानसभा में उनके हित में बड़े-बड़े बयान दे रहे है जो कि संसदीय क्षेत्र की जनता व किसानों को दुःख पहुंचाने का विषय है। यह बात पार्षद विजय गुर्जर ने कही है।
आगे विजय गुर्जर ने बताया कि सांसद सुधीर गुप्ता, विधायक यशपालसिंह सिसौदिया सहित सत्ताधारी भाजपा के जनप्रतिनिधियों का दायित्व यह था कि किसानों से मिलकर उनकी मांगों को शासन तक पहुंचाया जाना था लेकिन उनके द्वारा शासन का प्रतिनिधि बनकर किसानों के बीच न जाना और उनसे किसी प्रकार की चर्चा नहीं करना किसानों के आंदोलन को तीव्र व उग्र करता गया। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंहजी चौहान ने अपनी पार्टी के सांसद, विधायक सहित नेताओं के बचाने के लिये तत्काल प्रभाव से जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक को तो निलंबित कर दिया है मगर क्या वे अपनी पार्टी के इस आंदोलन के जवाबदार सांसद व विधायक की कोई जवाबदारी इस आंदोलन में मानते हुए उनके खिलाफ भी निलंबित अधिकारियों की तरह कठोर कार्यवाही कर पायेंगे ?
अन्त में विजय गुर्जर ने कहा कि जनता ने जिस जवाबदारी व दायित्व के लिये सांसद सुधीर गुप्ता, विधायक यशपालसिंह सिसौदिया सहित भाजपा के अन्य विधायकों को विधानसभा व संसद में भेजा था वे जवाबदेही किसान आंदोलन के दौरान भाजपा के इन जनप्रतिनिधियों द्वारा नहीं निभाई गई, अब संसदीय क्षेत्र के किसानों व नागरिकों की संवेदनाएं प्राप्त करने के लिये लोकसभा व विधानसभा में बड़े-बड़े भाषण किसानों के लिये दे रहे है जिससे संसदीय क्षेत्र के किसानों के साथ-साथ आम नागरिकों के मन में दुःख व्याप्त है ।