
नई दिल्ली, 05 जनवरी। देश में कोरोना महामारी के बीच बर्ड फ्लू का खतरा मंडराने लगा है। राजस्थान के अलग-अलग जिलों में 252 कौवों की मौत के बाद अब हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश और केरल में भी पक्षियों की रहस्यमय मौत से हड़कंप मच गया है। हिमाचल के कांगड़ा जिले के पौंग बांध अभयारण्य में बीते एक हफ्ते में 1800 प्रवासी पक्षियों की मौत का मामला सामने आया है।
इनमें सोमवार को भी मिले 505 मृत पक्षी भी शामिल हैं। भोपाल और बरेली से आई सैंपल रिपोर्ट में इन पक्षियों में बर्ड फ्लू (एवियन इन्फ्लएंजा वायरस) की पुष्टि हो गई है। कांगड़ा जिला प्रशासन ने देहरा, ज्वाली, इंदौरा और फतेहपुर उपमंडल में चिकन, अंडे, मछली समेत पोल्ट्री उत्पादों को बेचने पर रोक लगा दी है।
इसके अलावा, पौंग बांध और उससे सटे क्षेत्रों में पशुओें को छोड़ने और खेतीबाड़ी जैसी गतिविधियों पर भी पाबंदी रहेगी। आदेशों की अवहेलना करने पर 50 हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। वहीं, केरल के कोट्टायम और अलप्पुझा में मामले सामने आने के बाद इन क्षेत्रों के एक किमी के दायरे में बतखों, मुर्गियों और अन्य पालतू पक्षियों को मारने का आदेश जारी कर दिया है। कई और राज्य भी सतर्क हो गए हैं।
केरलः 12 हजार बतखों की मौत, 36 हजार मारे जाएंगे
केरल के पशुपालन और डेयरी विकास मंत्री के. राजू ने बताया कि दो जिलों में बतखों में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। इसके तहत वायरस को फैलने से रोकेने के लिए 50 हजार बतखों को मारा जाएगा। किसानों की भरपाई सरकार करेगी। अधिकारियों ने बताया कि अब तक 12 हजार बतख मर चुके हैं, जबकि 36 हजार को मारा जाना बाकी है। लोगों को सावधानी बरतने को कहा गया है।
मध्यप्रदेशः इंदौर और मंदसौर में कौवों की मौत से मचा हड़कंप
मध्यप्रदेश के इंदौर और मंदसौर में मृत पाए गए कौवों में बर्ड फ्लू वायरस की पुष्टि हुई है। इंदौर और मंदसौर में अब तक 300 से ज्यादा कौंओं की मौत हो गई है। जांच में कौवों में संक्रमण की पुष्टि के बाद पोल्ट्री फॉर्मों की भी जांच की जा रही है। कौवों में एच5एन8 वायरस की पुष्टि हुई।
मध्यप्रदेशः मंदसौर में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद प्रशासन हुआ सख्त
मंदसौर जिला कलेक्टर मनोज पुष्प ने मृत कोओं की पॉजिटिव रिपोर्ट अर्थात बर्ड फ्लू के लक्षण दिखने के पश्चात नगर पालिका को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि किला क्षेत्र में दिन में दो बार सुबह एवं शाम विशेष सफाई अभियान चलाये किला में कहीं पर भी थोड़ी सी भी गंदगी नहीं रहना चाहिए। इसके साथ ही सुबह एवं शाम ऑफिस लगने से पहले सेनेटाइज एवं ऑफिस बंद होने के पश्चात पूरे किले क्षेत्र को सेनेटाइज किया जाएगा। जो भी कोंओ मृत मिले उनको दफनाए नहीं उनको जलाएं। किला क्षेत्र के आसपास 1 किलोमीटर क्षेत्र में जितनी भी चिकन की दुकान है। उनको 15 दिन के लिए नगरपालिका बंद करेगी। स्वास्थ्य विभाग उस क्षेत्र में जितने भी रहवासी हैं उनका स्वास्थ्य परीक्षण करेगी। वन विभाग यह देखेगा कि जिले में अन्य स्थानों पर कहीं ये मृत मिलते हैं तो इसकी सूचना तुरंत प्रशासन को देगी।