
(जितेन्द्र पंवार)
डग । शिक्षा की नई पहल ‘उड़ान‘ का अंतिम आयाम बच्चों को गुणवŸापूर्ण शिक्षा प्रदान करना होता है इसलिए इस पहल को सार्थक करने के लिए जिला कलेक्टर की अनुपालना में जिले में 6 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण शिविर अध्यापकों के लिये लगाए जा रहे हें ताकि उनको और दक्ष किया जा सके लेकिन डग ब्लॉक का प्रशिक्षण शिविर राजकीय उच्च कन्या माध्यमिक विद्यालय में आयोजित किया जा रहा है जो पूर्णतया लापरवाही और अव्यवस्थाओ की भेंट चढ़ गया ।
शिविर के नियम
उपरोक्त शिविर में टी एल एम् कप्यूटर मशीन से प्रशिक्षण, सामाजिक चेतना कार्यक्रम, अध्यापको को खाना, नाश्ता ,पुरुष और महिला अध्यापको के लिए अलग अलग शौचालय और स्नान घर व्यवस्था,15 मिनट देर से आने पर आधे दिन का वेतन काटना और शिक्षा आयुक्त के आदेशानुसार प्रति अध्यापक पर रोजाना 300 रूपये की राशि का खर्च करना होता है मग़र यहाँ तो माजरा ही कुछ अलग नजर आ रहा है ।
सच्चाई जो बयां करती अव्यवस्था और लापरवाही
जब मौके पर संवाददाता 10ः30 बजे पहुंचे तो वहाँ पर 38 अध्यापको में से केवल 26 ही उपस्थित पाये गये, आवासीय कमरों में प्रकाश व्यवस्था नदारद थी और होल्डर टूटे हुएल थे तो भला अध्यापक रात को बिना रोशनी के कैसे अँधेरे में रुकेंगे जिनमे 2 महिला अध्यापिका भी शामिल है और आवासीय कमरे का एक भी पंखा चालू नही है सभी खराब है और लगाया गया कूलर भी शोपीस बना हुआ है ।
ज्ञात हो कि बॉयोमेट्रिक मशीन से अध्यापको की उपस्थिति ली गई जो ऐसा पहली बार हुआ है ।
छात्राओं के साथ सौतेला व्यवहार
राजकीय कन्या उच्च माध्यमिक विद्यालय में प्रतिवर्ष लगभग 500 छात्राये अध्ययनरत है जिनके लिए जल की व्यवस्था केवल टँकी से है मगर उक्त शिविर में आये हुए 26 अध्यापको के लिए करीब 15 पानी के केम्परो की व्यवस्था की गई जो सरकारी पेसो की बर्बादी को दर्शा रहा है जबकि 2-2 सहायक कर्मचारी इनकी सेवा के लिए उपस्थित हैं ।
फ्लैक्स बैनर भी नहीं अप डेट
राजकीय उच्च माध्यमिक कन्या विद्यालय के मुख्य प्रवेश द्वार पर सम्बंधित शिविर का फ्लेक्स लगा रखा है जो वो भी अप डेट नही है जिसमे कब से कब तक हे तारीख का भी उल्लेख नही है जो शिविर प्रभारी की लापरवाही दर्शा रही है ।
निविदा प्रक्रिया में भी लापरवाही
एक तरफ सरकार पारदर्शिता लाने के लिए खुली बोली निविदा का आमंत्रण करती है वही यहाँ पर लापरवाही का नजारा देखने को मिला की विद्यालय में ही प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया जा रहा है और प्रकाश व्यवस्था गौण हैं और नाश्ते भोजन के लिए अपने चहेतों को खाना बनाने के आदेश प्रदान कर दिए बिना किसी खुली निविदा के जो आवासीय प्रशिक्षण शिविर को शक के दायरे में खड़ा करता है ।
इस बारे में आवासीय प्रशिक्षण शिविर प्रभारी मुकेश मीणा का कहना है कि निविदा प्रक्रिया तो अपनाई थी मुझे याद नही है कि कौन से अख़बार में थी । आप अतिरिक्त ब्लॉक शिक्षा अधिकारी प्रारम्भिक से बात कर लो।
अतिरिक्त ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कैलाश योगी का कहना है कि हमने सब हलवाइयों को बुलाकर बातचीत करके ही खाना बनाने का आदेश जारी किया था ।
सर्व शिक्षा अभियान के आर पी इसरार खान ने बताया कि प्रकाश की व्यवस्था शाम तक कर दी जायेगी और आवासीय शिविर को पूरी तरह से बेहतर बनाने का प्रयास किया जायेगा ताकि सरकारी राशि का दुरूपयोग न हों ।