
लंदन। इस फोटो को आप जरूर पहचानते होंगे। यह दुनिया का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया और देखा गया फोटो है। अमूमन हर कम्प्यूटर सिस्टम जिस पर माइक्रोसॉफ्ट का ऑपरेटिंग सिस्टम विंडोज लोड है, उस पर यह तस्वीर जरूर लगी होती है।
विंडोज एक्सपी ओएस के लिए माइक्रोसॉफ्ट ने इसे डिफॉल्ट डेस्कटॉप इमेज के तौर पर चुना था। इस तस्वीर को देखकर हर कोई इस असमंजस में रहता है कि इसे खींचा गया है या ये सिर्फ ग्राफिक है। इसके पीछे एक दिलचस्प कहानी है।
जनवरी 1996 में चार्ल्स ओ रियर कैलिफोर्निया में अपनी गर्लफे्रंड (जो अब उनकी बीवी हैं) से मिलने जा रहे थे। रास्ते में उन्हें हरियाली से आच्छादित घाटियां मिलीं, जिन पर फैला नीला आसमान और रुई जैसे सफेद बादल दिखे। रियर को यह नजारा खूबसूरत लगा और उन्होंने तुरंत गाड़ी से अपना कैमरा निकाला और फटाफट चार क्लिक कर लिए।
कुछ दिन बाद ओ रियर ने इन तस्वीरों को बिल गेट्स की इमेज लायसेंसिंग सर्विस ‘कोर्बिस” पर लोड कर दिया। जब ये माइक्रोसॉफ्ट कंपनी प्रबंधन की नजर में आईं तो उन्होंने ओ रियर को इनके बदले इतनी मोटी रकम ऑफर की, जितनी वह सोच भी नहीं सकते थे।
खुशी व जोश के मारे ओ रियर ओरिजनल तस्वीरों को मेल करने के बजाय उन्हें लेकर खुद माइक्रोसॉफ्ट के हेडक्वार्टर पहुंच गए। फिर माइक्रोसॉफ्ट द्वारा डिफॉल्ट डेस्कटॉप इमेज बनाने से यह फोटो दुनियाभर में हिट हो गया। बाद में इसे व्हाइट हाउस के सिचुएशन रूम में लगे कम्प्यूटर्स के डेस्कटॉप पर भी देखे जाने की खबरें आईं। तब रियर को लगा कि उन्हें लग रही वह मोटी रकम बहुत कम थी और उन्होंने शायद माइक्रोसॉफ्ट से घाटे का सौदा कर लिया।